उत्तर प्रदेश राज्य के झांसी में बंगरा नामक पहाड़ी पर 1673 ईस्वी में यह किला ओरछा के बुन्देल राजा वीर सिंह जुदेव
बनवाया था। २५ वर्षों तक बुंदेलों ने यहाँ राज्य किया उसके बाद इस दुर्ग पर क्रमश: मुगलों, मराठों और अंग्रेजों का अधिकार रहा। मराठा शासक नारुशंकर ने 1721-30 में इस दुर्ग में कई परिवर्तन किये, जिससे यह परिवर्धित क्षेत्र 'शंकरगढ़' के नाम से प्रसिद्ध हुआ। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में इसे अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ।
यहाँ कैसे आये?
बाय एयर
झाँसी के नजदीक ग्वालियर हवाईअड्डा है, जो झाँसी से १०३ किलोमीटर की दूरी पर है व दिल्ली का अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा झाँसी से लगभग ३२१ किलोमीटर की दूरी पर है |
ट्रेन द्वारा
दिल्ली - चेन्नई रेलमार्ग पर झाँसी रेलवे जंक्शन, रेल मार्ग का मुख्य स्टेशन है, जो देश के कुछ अन्य बड़े शहरों, जैसे, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, आगरा, भोपाल, ग्वालियर आदि को रेल मार्ग द्वारा झाँसी शहर से जोड़ता है |
सड़क के द्वारा
झाँसी शहर देश के कई बड़े शहरों को, जैसे, आगरा, दिल्ली, खजुराहो, कानपूर, लखनऊ, आदि सड़क मार्ग से जोड़ता है